।श्री गणेशाय नमः।
श्री स्वामी सामर्थाय नमः ।
अस्य श्री स्वामी सहस्रनामस्तोत्र मंत्रस्य ।
भगवान हरी ऋषिः ।
भ्रीस्वामी समर्थ देवता ।
अनुष्टुप छदः ।
"अमृताशृभ्दवो " स्वामी इति बीजम् ।
“धरणीनदन स्तुष्टः " शक्तिः।
"श्रीसच्चिदानद परमात्मा" इति हृदयम् ।
“दडकमडलुश्चक्र "इति कीलकम् ।
“गदात्रिशुलधर " इति अस्त्रम् ।
खट्वांग-पाणिरक्षोभ्यः इति कवचम् ।
"उभ्दवः शांतिदो देवः " इति परमो मंत्रः ।
श्रीस्वामी समर्थ-प्रीत्यर्थे
अमुक -द्रव्य समर्पणे विनियोगः ।
अथ ध्यानम् ।
रक्ताङ्ग रक्तवर्ण-पद्मनेत्र ।
सुहास्यवदन।मुद्रिका मालाधर ।
जंघायांकर-रक्षक ।त्रेलोक्यपालक ।
विश्वनायक ।भक्तवत्सल ।
कलियुगे श्री स्वामी समर्थावतार धारक ।
पाहि माम् ।पाहि माम् । पाहि माम् ।
अथ सहस्रनामावली प्रारंभ --
| ।।१।। | ।। ॐ श्रीस्वामिने नमः ।। |
| ।।२।। | ।। ॐ समर्थाय नमः ।। |
| ।।३।। | ।। ॐ धरणीनन्दनाय नमः ।। |
| ।।४।। | ।। ॐ भूवैकुण्ठवासिने नमः ।। |
| ।।५।। | ।। ॐ भक्तकार्यकल्पद्रुम श्रीस्वामिने नमः ।। |
| ।।६।। | ।। ॐ परमात्मने नमः ।। |
| ।।७।। | ।। ॐ अनन्ताय नमः ।। |
| ।।८।। | ।। ॐ त्रिगुणात्मकाय नमः ।। |
| ।।९।। | ।। ॐ निर्गुणाय नमः ।। |
| ।।१०।। | ।। ॐ सर्वज्ञाय नमः ।। |
| ।।११।। | ।। ॐ दयानिधये नमः ।। |
| ।।१२।। | ।। ॐ कमलनेत्राय नमः ।। |
| ।।१३।। | ।। ॐ अव्यक्ताय नमः ।। |
| ।।१४।। | ।। ॐ गुणवन्ताय नमः ।। |
| ।।१५।। | ।। ॐ स्वयम्प्रकाशाय नमः ।। |
| ।।१६।। | ।। ॐ निराकाराय नमः ।। |
| ।।१७।। | ।। ॐ कृतकर्मणे नमः ।। |
| ।।१८।। | ।। ॐ अकाराय नमः ।। |
| ।।१९।। | ।। ॐ जनेश्वराय नमः ।। |
| ।।२०।। | ।। ॐ सनातनाय नमः ।। |
| ।।२१।। | ।। ॐ महावेगाय नमः ।। |
| ।।२२।। | ।। ॐ नराय नमः ।। |
| ।।२३।। | ।। ॐ एकपदे नमः ।। |
| ।।२४।। | ।। ॐ विश्वात्मने नमः ।। |
| ।।२५।। | ।। ॐ अकालाय नमः ।। |
| ।।२६।। | ।। ॐ गहनाय नमः ।। |
| ।।२७।। | ।। ॐ सहस्रदृशे नमः ।। |
| ।।२८।। | ।। ॐ चराचरप्रतिपालाय नमः ।। |
| ।।२९।। | ।। ॐ भुवनेश्वराय नमः ।। |
| ।।३०।। | ।। ॐ प्रत्यगात्मने नमः ।। |
| ।।३१।। | ।। ॐ ईशाय नमः ।। |
| ।।३२।। | ।। ॐ तपोनिधये नमः ।। |
| ।।३३।। | ।। ॐ कल्याणरूपाय नमः ।। |
| ।।३४।। | ।। ॐ देहत्रयविनिर्गते नमः ।। |
| ।।३५।। | ।। ॐ अक्कलकोटवासिने नमः ।। |
| ।।३६।। | ।। ॐ निजाय नमः ।। |
| ।।३७।। | ।। ॐ भगवन्ताय नमः ।। |
| ।।३८।। | ।। ॐ सत्त्वकृते नमः ।। |
| ।।३९।। | ।। ॐ जगते नमः ।। |
| ।।४०।। | ।। ॐ शब्दब्रह्मप्रकाशवते नमः ।। |
| ।।४१।। | ।। ॐ अन्तरात्मने नमः ।। |
| ।।४२।। | ।। ॐ विश्वनायकाय नमः ।। |
| ।।४३।। | ।। ॐ ब्रह्मणे नमः ।। |
| ।।४४।। | ।। ॐ अकुलाय नमः ।। |
| ।।४५।। | ।। ॐ गोचराय नमः ।। |
| ।।४६।। | ।। ॐ सहिष्णवे नमः ।। |
| ।।४७।। | ।। ॐ महर्षये नमः ।। |
| ।।४८।। | ।। ॐ धनेश्वराय नमः ।। |
| ।।४९।। | ।। ॐ प्रकृतिपराय नमः ।। |
| ।।५०।। | ।। ॐ अकृताय नमः ।। |
| ।।५१।। | ।। ॐ दयासागराय नमः ।। |
| ।।५२।। | ।। ॐ कृतज्ञाय नमः ।। |
| ।।५३।। | ।। ॐ संशयार्णवखण्डनाय नमः ।। |
| ।।५४।। | ।। ॐ चन्द्रसूर्याग्निलोचनाय नमः ।। |
| ।।५५।। | ।। ॐ नित्ययुक्ताय नमः ।। |
| ।।५६।। | ।। ॐ अखण्डाय नमः ।। |
| ।।५७।। | ।। ॐ त्रिशूलधराय नमः ।। |
| ।।५८।। | ।। ॐ उग्राय नमः ।। |
| ।।५९।। | ।। ॐ नयाय नमः ।। |
| ।।६०।। | ।। ॐ जन्मजन्मादये नमः ।। |
| ।।६१।। | ।। ॐ सङ्गरहिताय नमः ।। |
| ।।६२।। | ।। ॐ यतिवराय नमः ।। |
| ।।६३।। | ।। ॐ आश्रमपूजिताय नमः ।। |
| ।।६४।। | ।। ॐ महान्तकाय नमः ।। |
| ।।६५।। | ।। ॐ गुणकराय नमः ।। |
| ।।६६।। | ।। ॐ अश्विने नमः ।। |
| ।।६७।। | ।। ॐ दोषत्रयविभेदिने नमः ।। |
| ।।६८।। | ।। ॐ सुलक्षणाय नमः ।। |
| ।।६९।। | ।। ॐ विश्वपतये नमः ।। |
| ।।७०।। | ।। ॐ आश्रमस्थाय नमः ।। |
| ।।७१।। | ।। ॐ गुप्ताय नमः ।। |
| ।।७२।। | ।। ॐ कर्मविवर्जिताय नमः ।। |
| ।।७३।। | ।। ॐ भुवनेशाय नमः ।। |
| ।।७४।। | ।। ॐ अगोचराय नमः ।। |
| ।।७५।। | ।। ॐ पुण्यवर्धनाय नमः ।। |
| ।।७६।। | ।। ॐ तत्त्वाय नमः ।। |
| ।।७७।। | ।। ॐ निग्रहाय नमः ।। |
| ।।७८।। | ।। ॐ जयन्ताय नमः ।। |
| ।।७९।। | ।। ॐ संसारश्रमनाशनाय नमः ।। |
| ।।८०।। | ।। ॐ ब्रह्मरूपाय नमः ।। |
| ।।८१।। | ।। ॐ भावविनिर्गताय नमः ।। |
| ।।८२।। | ।। ॐ न्यग्रोधाय नमः ।। |
| ।।८३।। | ।। ॐ प्रकाशात्मने नमः ।। |
| ।।८४।। | ।। ॐ चतुर्भावाय नमः ।। |
| ।।८५।। | ।। ॐ विश्वनाथाय नमः ।। |
| ।।८६।। | ।। ॐ शमाय नमः ।। |
| ।।८७।। | ।। ॐ अक्षरातीताय नमः ।। |
| ।।८८।। | ।। ॐ गदाग्रजाय नमः ।। |
| ।।८९।। | ।। ॐ दर्पणाय नमः ।। |
| ।।९०।। | ।। ॐ सङ्गविवर्जिताय नमः ।। |
| ।।९१।। | ।। ॐ मन्त्राय नमः ।। |
| ।।९२।। | ।। ॐ कृतलक्षणाय नमः ।। |
| ।।९३।। | ।। ॐ आगमाय नमः ।। |
| ।।९४।। | ।। ॐ धर्मिणे नमः ।। |
| ।।९५।। | ।। ॐ संशयार्णवशोषकाय नमः ।। |
| ।।९६।। | ।। ॐ तीक्ष्णतापहराय नमः ।। |
| ।।९७।। | ।। ॐ निशाकराय नमः ।। |
| ।।९८।। | ।। ॐ जयाय नमः ।। |
| ।।९९।। | ।। ॐ अग्रण्ये नमः ।। |
| ।।१००।। | ।। ॐ लयातीताय नमः ।। |
| ।।१०१।। | ।। ॐ संसारतमनाशनाय नमः ।। |
| ।।१०२।। | ।। ॐ गुणौषधाय नमः ।। |
| ।।१०३।। | ।। ॐ करुणाकराय नमः ।। |
| ।।१०४।। | ।। ॐ देहशून्याय नमः ।। |
| ।।१०५।। | ।। ॐ अगुरवे नमः ।। |
| ।।१०६।। | ।। ॐ पुराणाय नमः ।। |
| ।।१०७।। | ।। ॐ महाकर्त्रे नमः ।। |
| ।।१०८।। | ।। ॐ सूक्ष्मात्मने नमः ।। |
| ।।१०९।। | ।। ॐ चैत्रमासाय नमः ।। |
| ।।११०।। | ।। ॐ भूमिजाय नमः ।। |
| ।।१११।। | ।। ॐ नरर्षभाय नमः ।। |
| ।।११२।। | ।। ॐ विश्वपालकाय नमः ।। |
| ।।११३।। | ।। ॐ कृतनाशाय नमः ।। |
| ।।११४।। | ।। ॐ अग्रपूज्याय नमः ।। |
| ।।११५।। | ।। ॐ गुरवे नमः ।। |
| ।।११६।। | ।। ॐ सुखदाय नमः ।। |
| ।।११७।। | ।। ॐ तत्त्वविदे नमः ।। |
| ।।११८।। | ।। ॐ आश्रमिणे नमः ।। |
| ।।११९।। | ।। ॐ प्रमादिने नमः ।। |
| ।।१२०।। | ।। ॐ जन्ममृत्युजरातीताय नमः ।। |
| ।।१२१।। | ।। ॐ नित्यमुक्ताय नमः ।। |
| ।।१२२।। | ।। ॐ युगावहाय नमः ।। |
| ।।१२३।। | ।। ॐ ब्रह्मयोगिने नमः ।। |
| ।।१२४।। | ।। ॐ अगाधबुद्धये नमः ।। |
| ।।१२५।। | ।। ॐ दर्पदाय नमः ।। |
| ।।१२६।। | ।। ॐ कालाय नमः ।। |
| ।।१२७।। | ।। ॐ सूक्ष्माय नमः ।। |
| ।।१२८।। | ।। ॐ वषट्काराय नमः ।। |
| ।।१२९।। | ।। ॐ शतानन्दाय नमः ।। |
| ।।१३०।। | ।। ॐ आद्यनिर्गमाय नमः ।। |
| ।।१३१।। | ।। ॐ गगनाधाराय नमः ।। |
| ।।१३२।। | ।। ॐ कृतयज्ञाय नमः ।। |
| ।।१३३।। | ।। ॐ महायशसे नमः ।। |
| ।।१३४।। | ।। ॐ भावनिर्मुक्ताय नमः ।। |
| ।।१३५।। | ।। ॐ सुरेशाय नमः ।। |
| ।।१३६।। | ।। ॐ पुष्पवते नमः ।। |
| ।।१३७।। | ।। ॐ चारुलिङ्गाय नमः ।। |
| ।।१३८।। | ।। ॐ नहुषाय नमः ।। |
| ।।१३९।। | ।। ॐ जङ्गमाय नमः ।। |
| ।।१४०।। | ।। ॐ धराधराय नमः ।। |
| ।।१४१।। | ।। ॐ हीरकाङ्गदभूषणाय नमः ।। |
| ।।१४२।। | ।। ॐ अचलोपमाय नमः ।। |
| ।।१४३।। | ।। ॐ गिरीशाय नमः ।। |
| ।।१४४।। | ।। ॐ तेजिष्ठाय नमः ।। |
| ।।१४५।। | ।। ॐ करुणानिधये नमः ।। |
| ।।१४६।। | ।। ॐ अचिन्त्याय नमः ।। |
| ।।१४७।। | ।। ॐ देवसिंहाय नमः ।। |
| ।।१४८।। | ।। ॐ नित्यप्रियाय नमः ।। |
| ।।१४९।। | ।। ॐ सत्यस्थाय नमः ।। |
| ।।१५०।। | ।। ॐ महातपसे नमः ।। |
| ।।१५१।। | ।। ॐ आरोहणाय नमः ।। |
| ।।१५२।। | ।। ॐ परन्तपाय नमः ।। |
| ।।१५३।। | ।। ॐ एकाय नमः ।। |
| ।।१५४।। | ।। ॐ गगनाकृतये नमः ।। |
| ।।१५५।। | ।। ॐ अर्चिताय नमः ।। |
| ।।१५६।। | ।। ॐ विश्वव्यापकाय नमः ।। |
| ।।१५७।। | ।। ॐ कृपाघनाय नमः ।। |
| ।।१५८।। | ।। ॐ अद्रय नमः ।। |
| ।।१५९।। | ।। ॐ सुहृदे नमः ।। |
| ।।१६०।। | ।। ॐ ज्योतिर्मयाय नमः ।। |
| ।।१६१।। | ।। ॐ भिक्षुरूपाय नमः ।। |
| ।।१६२।। | ।। ॐ नभसे नमः ।। |
| ।।१६३।। | ।। ॐ अबलाय नमः ।। |
| ।।१६४।। | ।। ॐ चिदानन्दाय नमः ।। |
| ।।१६५।। | ।। ॐ भक्तकामकल्पद्रुमाय नमः ।। |
| ।।१६६।। | ।। ॐ शरणागतरक्षणाय नमः ।। |
| ।।१६७।। | ।। ॐ दमनाय नमः ।। |
| ।।१६८।। | ।। ॐ सुन्दराय नमः ।। |
| ।।१६९।। | ।। ॐ करुणाघनाय नमः ।। |
| ।।१७०।। | ।। ॐ विषयरहिताय नमः ।। |
| ।।१७१।। | ।। ॐ अच्युताय नमः ।। |
| ।।१७२।। | ।। ॐ ब्रह्मर्षये नमः ।। |
| ।।१७३।। | ।। ॐ पूर्णात्मने नमः ।। |
| ।।१७४।। | ।। ॐ निरालम्बाय नमः ।। |
| ।।१७५।। | ।। ॐ गिरिगुहाय नमः ।। |
| ।।१७६।। | ।। ॐ महामन्त्राय नमः ।। |
| ।।१७७।। | ।। ॐ तेजसे नमः ।। |
| ।।१७८।। | ।। ॐ न्यग्रोधरूपाय नमः ।। |
| ।।१७९।। | ।। ॐ कृपासागराय नमः ।। |
| ।।१८०।। | ।। ॐ जगद्पुरुषेय नमः ।। |
| ।।१८१।। | ।। ॐ अमलाय नमः ।। |
| ।।१८२।। | ।। ॐ प्रभवे नमः ।। |
| ।।१८३।। | ।। ॐ देवासुरेश्वराय नमः ।। |
| ।।१८४।। | ।। ॐ गदात्रिशूलधराय नमः ।। |
| ।।१८५।। | ।। ॐ सुराध्यक्षाय नमः ।। |
| ।।१८६।। | ।। ॐ यतिवराय नमः ।। |
| ।।१८७।। | ।। ॐ धनुर्वेदाय नमः ।। |
| ।।१८८।। | ।। ॐ भेदान्तकाय नमः ।। |
| ।।१८९।। | ।। ॐ अजगरमोक्षदायकाय नमः ।। |
| ।।१९०।। | ।। ॐ महारेतसे नमः ।। |
| ।।१९१।। | ।। ॐ स्तुत्याय नमः ।। |
| ।।१९२।। | ।। ॐ चिद्विलासाय नमः ।। |
| ।।१९३।। | ।। ॐ ज्ञानरूपाय नमः ।। |
| ।।१९४।। | ।। ॐ कथिताय नमः ।। |
| ।।१९५।। | ।। ॐ अजिताय नमः ।। |
| ।।१९६।। | ।। ॐ विभवे नमः ।। |
| ।।१९७।। | ।। ॐ नियमाश्रिताय नमः ।। |
| ।।१९८।। | ।। ॐ ज्योतिषे नमः ।। |
| ।।१९९।। | ।। ॐ सुरेश्वराय नमः ।। |
| ।।२००।। | ।। ॐ लोकपालाय नमः ।। |
| ।।२०१।। | ।। ॐ गुणभावनाय नमः ।। |
| ।।२०२।। | ।। ॐ अजराय नमः ।। |
| ।।२०३।। | ।। ॐ तपोमयाय नमः ।। |
| ।।२०४।। | ।। ॐ पृथ्वीपतये नमः ।। |
| ।।२०५।। | ।। ॐ सुतपसे नमः ।। |
| ।।२०६।। | ।। ॐ दयाघनाय नमः ।। |
| ।।२०७।। | ।। ॐ नभःस्थलाय नमः ।। |
| ।।२०८।। | ।। ॐ कृताकृताय नमः ।। |
| ।।२०९।। | ।। ॐ बहिस्त्यागिने नमः ।। |
| ।।२१०।। | ।। ॐ अतर्क्याय नमः ।। |
| ।।२११।। | ।। ॐ निहन्त्रे नमः ।। |
| ।।२१२।। | ।। ॐ विकारशून्याय नमः ।। |
| ।।२१३।। | ।। ॐ सर्वमन्त्रसिद्धये नमः ।। |
| ।।२१४।। | ।। ॐ भगवते नमः ।। |
| ।।२१५।। | ।। ॐ शान्ताय नमः ।। |
| ।।२१६।। | ।। ॐ आरोग्यसुखदाय नमः ।। |
| ।।२१७।। | ।। ॐ प्रशान्ताय नमः ।। |
| ।।२१८।। | ।। ॐ मान्याय नमः ।। |
| ।।२१९।। | ।। ॐ उपेन्द्राय नमः ।। |
| ।।२२०।। | ।। ॐ चिद्गतये नमः ।। |
| ।।२२१।। | ।। ॐ अतिसंहर्त्रे नमः ।। |
| ।।२२२।। | ।। ॐ जगदार्जवपालनाय नमः ।। |
| ।।२२३।। | ।। ॐ करुणासागराय नमः ।। |
| ।।२२४।। | ।। ॐ सर्वनिष्ठाय नमः ।। |
| ।।२२५।। | ।। ॐ गम्भीरलोचनाय नमः ।। |
| ।।२२६।। | ।। ॐ न्यग्रोधाय नमः ।। |
| ।।२२७।। | ।। ॐ अन्नदाय नमः ।। |
| ।।२२८।। | ।। ॐ देवासुरवरप्रसादाय नमः ।। |
| ।।२२९।। | ।। ॐ सर्वतोमुखाय नमः ।। |
| ।।२३०।। | ।। ॐ गतये नमः ।। २३० |
| ।।२३१।। | ।। ॐ आनन्दिने नमः ।। |
| ।।२३२।। | ।। ॐ पुरुषाय नमः ।। |
| ।।२३३।। | ।। ॐ महानादाय नमः ।। |
| ।।२३४।। | ।। ॐ अतीन्द्रियाय नमः ।। |
| ।।२३५।। | ।। ॐ धान्याय नमः ।। |
| ।।२३६।। | ।। ॐ सर्वभोगविदुत्तमाय नमः ।। |
| ।।२३७।। | ।। ॐ ज्योतिरादित्याय नमः ।। |
| ।।२३८।। | ।। ॐ विश्वाय नमः ।। |
| ।।२३९।। | ।। ॐ कृतागमाय नमः ।। |
| ।।२४०।। | ।। ॐ भूतविदे नमः ।। |
| ।।२४१।। | ।। ॐ खगर्भाय नमः ।। |
| ।।२४२।। | ।। ॐ कपालिने नमः ।। |
| ।।२४३।। | ।। ॐ निरायुधाय नमः ।। |
| ।।२४४।। | ।। ॐ त्रिपदाय नमः ।। |
| ।।२४५।। | ।। ॐ अतिधूम्राय नमः ।। |
| ।।२४६।। | ।। ॐ चिद्घनाय नमः ।। |
| ।।२४७।। | ।। ॐ यतीन्द्राय नमः ।। |
| ।।२४८।। | ।। ॐ सुखवर्धनाय नमः ।। |
| ।।२४९।। | ।। ॐ परब्रह्मणे नमः ।। |
| ।।२५०।। | ।। ॐ दमाय नमः ।। |
| ।।२५१।। | ।। ॐ अतुल्याय नमः ।। |
| ।।२५२।। | ।। ॐ शाश्वताय नमः ।। |
| ।।२५३।। | ।। ॐ गुणातीताय नमः ।। |
| ।।२५४।। | ।। ॐ सुकृताय नमः ।। |
| ।।२५५।। | ।। ॐ वटसान्निध्याय नमः ।। |
| ।।२५६।। | ।। ॐ नक्षत्रिणे नमः ।। |
| ।।२५७।। | ।। ॐ ज्ञानस्वरूपाय नमः ।। |
| ।।२५८।। | ।। ॐ बहिर्योगिने नमः ।। |
| ।।२५९।। | ।। ॐ अतिदीप्ताय नमः ।। |
| ।।२६०।। | ।। ॐ महाकायाय नमः ।। |
| ।।२६१।। | ।। ॐ सुधावर्षाय नमः ।। |
| ।।२६२।। | ।। ॐ जगत्प्रभवे नमः ।। |
| ।।२६३।। | ।। ॐ कृशाय नमः ।। |
| ।।२६४।। | ।। ॐ ऊर्ध्वरेतसे नमः ।। |
| ।।२६५।। | ।। ॐ तेजोपहारिणे नमः ।। |
| ।।२६६।। | ।। ॐ पूर्णाय नमः ।। |
| ।।२६७।। | ।। ॐ अर्थाय नमः ।। |
| ।।२६८।। | ।। ॐ भवारये नमः ।। |
| ।।२६९।। | ।। ॐ गदाधराय नमः ।। |
| ।।२७०।। | ।। ॐ नियमाय नमः ।। |
| ।।२७१।। | ।। ॐ देवर्षये नमः ।। |
| ।।२७२।। | ।। ॐ शुचिर्भूताय नमः ।। |
| ।।२७३।। | ।। ॐ अर्थकराय नमः ।। |
| ।।२७४।। | ।। ॐ चेतनाविगताय नमः ।। |
| ।।२७५।। | ।। ॐ कर्माध्यक्षाय नमः ।। |
| ।।२७६।। | ।। ॐ सर्वयोगपराणाय नमः ।। |
| ।।२७७।। | ।। ॐ महायोगिने नमः ।। |
| ।।२७८।। | ।। ॐ आनन्दरूपाय नमः ।। |
| ।।२७९।। | ।। ॐ नर्तकाय नमः ।। |
| ।।२८०।। | ।। ॐ ज्येष्ठाय नमः ।। |
| ।।२८१।। | ।। ॐ अन्तर्हितात्मने नमः ।। |
| ।।२८२।। | ।। ॐ धन्विने नमः ।। |
| ।।२८३।। | ।। ॐ हिरण्यनाभाय नमः ।। |
| ।।२८४।। | ।। ॐ अद्वितीयाय नमः ।। |
| ।।२८५।। | ।। ॐ वीतरागिणे नमः ।। |
| ।।२८६।। | ।। ॐ प्रसन्नवदनाय नमः ।। |
| ।।२८७।। | ।। ॐ सफलश्रमाय नमः ।। |
| ।।२८८।। | ।। ॐ तीर्थङ्कराय नमः ।। |
| ।।२८९।। | ।। ॐ गम्भीरगतिशोभनाय नमः ।। |
| ।।२९०।। | ।। ॐ कृतात्मने नमः ।। |
| ।।२९१।। | ।। ॐ दर्पघ्ने नमः ।। |
| ।।२९२।। | ।। ॐ अद्भुताय नमः ।। |
| ।।२९३।। | ।। ॐ जडोनमत्तपिशाचवते नमः ।। |
| ।।२९४।। | ।। ॐ निःपातिने नमः ।। |
| ।।२९५।। | ।। ॐ बहिर्निष्ठाय नमः ।। |
| ।।२९६।। | ।। ॐ भूतसन्तापनाशनाय नमः ।। |
| ।।२९७।। | ।। ॐ सर्वयोगवते नमः ।। |
| ।।२९८।। | ।। ॐ विश्वधारकाय नमः ।। |
| ।।२९९।। | ।। ॐ लोकपावनाय नमः ।। |
| ।।३००।। | ।। ॐ चित्तात्मने नमः ।। |
| ।।३०१।। | ।। ॐ शान्तिदाय नमः ।। |
| ।।३०२।। | ।। ॐ अदृश्याय नमः ।। |
| ।।३०३।। | ।। ॐ महाबीजाय नमः ।। |
| ।।३०४।। | ।। ॐ नेत्राय नमः ।। |
| ।।३०५।। | ।। ॐ तेजस्कराय नमः ।। |
| ।।३०६।। | ।। ॐ कमण्डलुकराय नमः ।। |
| ।।३०७।। | ।। ॐ अदीनाय नमः ।। |
| ।।३०८।। | ।। ॐ देवाधिदेवाय नमः ।। |
| ।।३०९।। | ।। ॐ सुदर्शनाय नमः ।। |
| ।।३१०।। | ।। ॐ नित्यशुद्धाय नमः ।। |
| ।।३११।। | ।। ॐ युगाधिपाय नमः ।। |
| ।।३१२।। | ।। ॐ आनन्दमूर्तये नमः ।। |
| ।।३१३।। | ।। ॐ परमेशाय नमः ।। |
| ।।३१४।। | ।। ॐ अन्तःसाक्षिणे नमः ।। |
| ।।३१५।। | ।। ॐ गतिसत्तमाय नमः ।। |
| ।।३१६।। | ।। ॐ अदम्भाय नमः ।। |
| ।।३१७।। | ।। ॐ कृतान्तवते नमः ।। |
| ।।३१८।। | ।। ॐ जीवसञ्जीवनाय नमः ।। |
| ।।३१९।। | ।। ॐ सर्वकामफलप्रदाय नमः ।। |
| ।।३२०।। | ।। ॐ नक्ताय नमः ।। |
| ।।३२१।। | ।। ॐ मुक्तिदायकाय नमः ।। |
| ।।३२२।। | ।। ॐ अनिन्दिताय नमः ।। |
| ।।३२३।। | ।। ॐ भोग्याय नमः ।। |
| ।।३२४।। | ।। ॐ सदृशाय नमः ।। |
| ।।३२५।। | ।। ॐ विशुद्धाय नमः ।। |
| ।।३२६।। | ।। ॐ ईशानाय नमः ।। |
| ।।३२७।। | ।। ॐ चिदुत्तमाय नमः ।। |
| ।।३२८।। | ।। ॐ अनन्तविद्याविवर्धनाय नमः ।। |
| ।।३२९।। | ।। ॐ कमलाक्षाय नमः ।। |
| ।।३३०।। | ।। ॐ धरोत्तमाय नमः ।। |
| ।।३३१।। | ।। ॐ पुरातनाय नमः ।। |
| ।।३३२।। | ।। ॐ स्थिराय नमः ।। |
| ।।३३३।। | ।। ॐ राजयोगिने नमः ।। |
| ।।३३४।। | ।। ॐ गुणगम्भीराय नमः ।। |
| ।।३३५।। | ।। ॐ निष्ठाशान्तिपरायणाय नमः ।। |
| ।।३३६।। | ।। ॐ त्रिकालज्ञाय नमः ।। |
| ।।३३७।। | ।। ॐ नाशरहिताय नमः ।। |
| ।।३३८।। | ।। ॐ श्रीपतये नमः ।। |
| ।।३३९।। | ।। ॐ अनादिरूपाय नमः ।। |
| ।।३४०।। | ।। ॐ जगत्पतये नमः ।। |
| ।।३४१।। | ।। ॐ दारुणाय नमः ।। |
| ।।३४२।। | ।। ॐ सर्वकामनिवर्तकाय नमः ।। |
| ।।३४३।। | ।। ॐ गणाय नमः ।। |
| ।।३४४।। | ।। ॐ बहुरूपाय नमः ।। |
| ।।३४५।। | ।। ॐ अन्तर्निष्ठाय नमः ।। |
| ।।३४६।। | ।। ॐ विश्वचालकाय नमः ।। |
| ।।३४७।। | ।। ॐ कृपानिधये नमः ।। |
| ।।३४८।। | ।। ॐ तृष्णासङ्गनिवारणाय नमः ।। |
| ।।३४९।। | ।। ॐ अनघाय नमः ।। |
| ।।३५०।। | ।। ॐ भावाय नमः ।। |
| ।।३५१।। | ।। ॐ सिद्धिदाय नमः ।। |
| ।।३५२।। | ।। ॐ महात्मने नमः ।। |
| ।।३५३।। | ।। ॐ परिणामरहिताय नमः ।। |
| ।।३५४।। | ।। ॐ अनुकूलाय नमः ।। |
| ।।३५५।। | ।। ॐ गुरुत्तमाय नमः ।। |
| ।।३५६।। | ।। ॐ सर्वमयाय नमः ।। |
| ।।३५७।। | ।। ॐ देवासुरगणाध्यक्षाय नमः ।। |
| ।।३५८।। | ।। ॐ गम्भीरस्वराय नमः ।। |
| ।।३५९।। | ।। ॐ आनन्दकन्दाय नमः ।। |
| ।।३६०।। | ।। ॐ जीवाय नमः ।। |
| ।।३६१।। | ।। ॐ कपर्दिने नमः ।। |
| ।।३६२।। | ।। ॐ अन्तरत्यागिने नमः ।। |
| ।।३६३।। | ।। ॐ त्रिकालाध्यक्षाय नमः ।। |
| ।।३६४।। | ।। ॐ अनिनिषाय नमः ।। |
| ।।३६५।। | ।। ॐ न्यग्रोधरूपाय नमः ।। |
| ।।३६६।। | ।। ॐ चतुर्दंष्ट्राय नमः ।। |
| ।।३६७।। | ।। ॐ सिद्धाय नमः ।। |
| ।।३६८।। | ।। ॐ महाबलाय नमः ।। |
| ।।३६९।। | ।। ॐ योगिवराय नमः ।। |
| ।।३७०।। | ।। ॐ कृतान्तकृते नमः ।। |
| ।।३७१।। | ।। ॐ परमेश्वराय नमः ।। |
| ।।३७२।। | ।। ॐ दामोदराय नमः ।। |
| ।।३७३।। | ।। ॐ अनादिने नमः ।। |
| ।।३७४।। | ।। ॐ वरदाय नमः ।। |
| ।।३७५।। | ।। ॐ स्वभावगलिताय नमः ।। |
| ।।३७६।। | ।। ॐ धर्मस्थापकाय नमः ।। |
| ।।३७७।। | ।। ॐ भवसन्तापनाशनाय नमः ।। |
| ।।३७८।। | ।। ॐ निर्वाणाय नमः ।। |
| ।।३७९।। | ।। ॐ जगमोहनाय नमः ।। |
| ।।३८०।। | ।। ॐ अनुच्चारिणे नमः ।। |
| ।।३८१।। | ।। ॐ ब्रह्मवेत्रे नमः ।। |
| ।।३८२।। | ।। ॐ तुरीयातीताय नमः ।। |
| ।।३८३।। | ।। ॐ सिद्धानां परमागतये नमः ।। |
| ।।३८४।। | ।। ॐ गणबान्धवाय नमः ।। |
| ।।३८५।। | ।। ॐ ज्ञानदाय नमः ।। |
| ।।३८६।। | ।। ॐ नानाभावविवर्जिताय नमः ।। |
| ।।३८७।। | ।। ॐ शुद्धचैतन्याय नमः ।। |
| ।।३८८।। | ।। ॐ कर्ममोचनाय नमः ।। |
| ।।३८९।। | ।। ॐ अनन्तविक्रमाय नमः ।। |
| ।।३९०।। | ।। ॐ विश्वक्षेमकर्त्रे नमः ।। |
| ।।३९१।। | ।। ॐ पुंसाय नमः ।। |
| ।।३९२।। | ।। ॐ सदाशुचये नमः ।। |
| ।।३९३।। | ।। ॐ देवासुरगणाश्रयाय नमः ।। |
| ।।३९४।। | ।। ॐ चलनान्तकाय नमः ।। |
| ।।३९५।। | ।। ॐ अध्यात्मानुगताय नमः ।। |
| ।।३९६।। | ।। ॐ महीनाथाय नमः ।। |
| ।।३९७।। | ।। ॐ त्रिशूलपाणिने नमः ।। |
| ।।३९८।। | ।। ॐ निर्वासाय नमः ।। |
| ।।३९९।। | ।। ॐ गुणात्मने नमः ।। |
| ।।४००।। | ।। ॐ जितसंसारवासनाय नमः ।। |
| ।।४०१।। | ।। ॐ क्षोभनिवृत्तिकराय नमः ।। |
| ।।४०२।। | ।। ॐ क्रोधघ्ने नमः ।। |
| ।।४०३।। | ।। ॐ परात्पराय नमः ।। |
| ।।४०४।। | ।। ॐ भोगमोक्षफलप्रदाय नमः ।। |
| ।।४०५।। | ।। ॐ अनन्तज्योतिषे नमः ।। |
| ।।४०६।। | ।। ॐ ग्रहपतये नमः ।। |
| ।।४०७।। | ।। ॐ न्यायाय नमः ।। |
| ।।४०८।। | ।। ॐ लोहिताक्षाय नमः ।। |
| ।।४०९।। | ।। ॐ सिद्धात्मने नमः ।। |
| ।।४१०।। | ।। ॐ दान्ताय नमः ।। |
| ।।४११।। | ।। ॐ आनन्दमयाय नमः ।। |
| ।।४१२।। | ।। ॐ महदादये नमः ।। |
| ।।४१३।। | ।। ॐ अनन्तरूपधारकाय नमः ।। |
| ।।४१४।। | ।। ॐ कर्त्रे नमः ।। |
| ।।४१५।। | ।। ॐ तुरीयाय नमः ।। |
| ।।४१६।। | ।। ॐ सर्वभावविहीनाय नमः ।। |
| ।।४१७।। | ।। ॐ पूतात्मने नमः ।। |
| ।।४१८।। | ।। ॐ विघ्नान्तकाय नमः ।। |
| ।।४१९।। | ।। ॐ निर्विकाराय नमः ।। |
| ।।४२०।। | ।। ॐ जरारहिताय नमः ।। |
| ।।४२१।। | ।। ॐ अनादिसिद्धाय नमः ।। |
| ।।४२२।। | ।। ॐ चतुर्गतये नमः ।। |
| ।।४२३।। | ।। ॐ धराय नमः ।। |
| ।।४२४।। | ।। ॐ शुभप्रदाय नमः ।। |
| ।।४२५।। | ।। ॐ सिद्धिसाधनाय नमः ।। |
| ।।४२६।। | ।। ॐ गुणबुद्धये नमः ।। |
| ।।४२७।। | ।। ॐ अनादिनिधनाय नमः ।। |
| ।।४२८।। | ।। ॐ देवासुरनमस्कृते नमः ।। |
| ।।४२९।। | ।। ॐ कैवल्यसुखदायकाय नमः ।। |
| ।।४३०।। | ।। ॐ बहिःशून्याय नमः ।। |
| ।।४३१।। | ।। ॐ भूतनाथाय नमः ।। |
| ।।४३२।। | ।। ॐ सताङ्गतये नमः ।। |
| ।।४३३।। | ।। ॐ हिरण्यगर्भाय नमः ।। |
| ।।४३४।। | ।। ॐ यक्षपतये नमः ।। |
| ।।४३५।। | ।। ॐ अनामयाय नमः ।। |
| ।।४३६।। | ।। ॐ विमलासनाय नमः ।। |
| ।।४३७।। | ।। ॐ प्रणवाय नमः ।। |
| ।।४३८।। | ।। ॐ स्थाणवे नमः ।। |
| ।।४३९।। | ।। ॐ जितप्राणाय नमः ।। |
| ।।४४०।। | ।। ॐ आधारनिलयाय नमः ।। |
| ।।४४१।। | ।। ॐ महातेजसे नमः ।। |
| ।।४४२।। | ।। ॐ कलये नमः ।। |
| ।।४४३।। | ।। ॐ अन्तर्हिताय नमः ।। |
| ।।४४४।। | ।। ॐ त्रिदशाय नमः ।। |
| ।।४४५।। | ।। ॐ नाथनाथाय नमः ।। |
| ।।४४६।। | ।। ॐ अनाश्रमारम्भाय नमः ।। |
| ।।४४७।। | ।। ॐ दिविस्पृशे नमः ।। |
| ।।४४८।। | ।। ॐ स्वयंजाताय नमः ।। |
| ।।४४९।। | ।। ॐ घोरतपसे नमः ।। |
| ।।४५०।। | ।। ॐ चिदाकाशाय नमः ।। |
| ।।४५१।। | ।। ॐ अनलाय नमः ।। |
| ।।४५२।। | ।। ॐ गोहिताय नमः ।। |
| ।।४५३।। | ।। ॐ निमिषाय नमः ।। |
| ।।४५४।। | ।। ॐ तुष्टाय नमः ।। |
| ।।४५५।। | ।। ॐ साक्षिणे नमः ।। |
| ।।४५६।। | ।। ॐ पुरुषाध्यक्षाय नमः ।। |
| ।।४५७।। | ।। ॐ भक्तवत्सलाय नमः ।। |
| ।।४५८।। | ।। ॐ अनन्यगमनाय नमः ।। |
| ।।४५९।। | ।। ॐ मुद्रिताय नमः ।। |
| ।।४६०।। | ।। ॐ जनकाय नमः ।। |
| ।।४६१।। | ।। ॐ कैवल्यपददात्रे नमः ।। |
| ।।४६२।। | ।। ॐ छिन्नसंशयाय नमः ।। |
| ।।४६३।। | ।। ॐ सकलेशाय नमः ।। |
| ।।४६४।। | ।। ॐ विरामाय नमः ।। |
| ।।४६५।। | ।। ॐ प्रमुखाय नमः ।। |
| ।।४६६।। | ।। ॐ अमिताय नमः ।। |
| ।।४६७।। | ।। ॐ शुभाङ्गाय नमः ।। |
| ।।४६८।। | ।। ॐ नाथानाथोत्तमाय नमः ।। |
| ।।४६९।। | ।। ॐ स्वामिने नमः ।। |
| ।।४७०।। | ।। ॐ धन्वन्तरये नमः ।। |
| ।।४७१।। | ।। ॐ गुणभावनाय नमः ।। |
| ।।४७२।। | ।। ॐ अन्तकाय नमः ।। |
| ।।४७३।। | ।। ॐ बलवते नमः ।। |
| ।।४७४।। | ।। ॐ आरक्तवर्णाय नमः ।। |
| ।।४७५।। | ।। ॐ आनन्दघनाय नमः ।। |
| ।।४७६।। | ।। ॐ त्रिविक्रमाय नमः ।। |
| ।।४७७।। | ।। ॐ चिन्मयाय नमः ।। |
| ।।४७८।। | ।। ॐ अनन्तवेषाय नमः ।। |
| ।।४७९।। | ।। ॐ जितसङ्गाय नमः ।। |
| ।।४८०।। | ।। ॐ सर्वविज्ञानप्रकाशनाय नमः ।। |
| ।।४८१।। | ।। ॐ खड्गिने नमः ।। |
| ।।४८२।। | ।। ॐ विश्वरेतसे नमः ।। |
| ।।४८३।। | ।। ॐ निर्मलाय नमः ।। |
| ।।४८४।। | ।। ॐ भूतसाक्षिणे नमः ।। |
| ।।४८५।। | ।। ॐ अनुत्तमाय नमः ।। |
| ।।४८६।। | ।। ॐ गोविदां पतये नमः ।। |
| ।।४८७।। | ।। ॐ राजवन्दिताय नमः ।। |
| ।।४८८।। | ।। ॐ साध्याय नमः ।। |
| ।।४८९।। | ।। ॐ महत्तत्त्वप्रकाशाय नमः ।। |
| ।।४९०।। | ।। ॐ कुन्दाय नमः ।। |
| ।।४९१।। | ।। ॐ देवाय नमः ।। |
| ।।४९२।। | ।। ॐ अनुगमाय नमः ।। |
| ।।४९३।। | ।। ॐ तत्त्वप्रकाशिने नमः ।। |
| ।।४९४।। | ।। ॐ पुरुषोत्तमाय नमः ।। |
| ।।४९५।। | ।। ॐ स्वयम्भवे नमः ।। |
| ।।४९६।। | ।। ॐ योगिने नमः ।। |
| ।।४९७।। | ।। ॐ गुह्येशाय नमः ।। |
| ।।४९८।। | ।। ॐ नैककर्मकृते नमः ।। |
| ।।४९९।। | ।। ॐ जगदादिजाय नमः ।। |
| ।।५००।। | ।। ॐ अनन्तात्मने नमः ।। |
| ।।५०१।। | ।। ॐ लोकनाथाय नमः ।। |
| ।।५०२।। | ।। ॐ कनिष्ठाय नमः ।। |
| ।।५०३।। | ।। ॐ महानुभवभाविताय नमः ।। |
| ।।५०४।। | ।। ॐ सात्त्विकाय नमः ।। |
| ।।५०५।। | ।। ॐ चिदम्बराय नमः ।। |
| ।।५०६।। | ।। ॐ परंतपसे नमः ।। |
| ।।५०७।। | ।। ॐ अनिलाय नमः ।। |
| ।।५०८।। | ।। ॐ विगतान्तराय नमः ।। |
| ।।५०९।। | ।। ॐ सत्यानन्दाय नमः ।। |
| ।।५१०।। | ।। ॐ ब्रह्मविदे नमः ।। |
| ।।५११।। | ।। ॐ भोगविवर्जिताय नमः ।। |
| ।।५१२।। | ।। ॐ निष्पापाय नमः ।। |
| ।।५१३।। | ।। ॐ देवेन्द्राय नमः ।। |
| ।।५१४।। | ।। ॐ कपालवते नमः ।। |
| ।।५१५।। | ।। ॐ अनन्तरूपाय नमः ।। |
| ।।५१६।। | ।। ॐ शुभाननाय नमः ।। |
| ।।५१७।। | ।। ॐ ध्यानस्थाय नमः ।। |
| ।।५१८।। | ।। ॐ स्वाभाव्याय नमः ।। |
| ।।५१९।। | ।। ॐ जितात्मने नमः ।। |
| ।।५२०।। | ।। ॐ पुराणपुरुषाय नमः ।। |
| ।।५२१।। | ।। ॐ आनन्दिताय नमः ।। |
| ।।५२२।। | ।। ॐ त्रिलोकात्मने नमः ।। |
| ।।५२३।। | ।। ॐ अनुपमेयाय नमः ।। |
| ।।५२४।। | ।। ॐ कुम्भाय नमः ।। |
| ।।५२५।। | ।। ॐ विश्वमूर्तये नमः ।। |
| ।।५२६।। | ।। ॐ सर्वानन्दपरायणाय नमः ।। |
| ।।५२७।। | ।। ॐ गोसाक्षिणे नमः ।। |
| ।।५२८।। | ।। ॐ नैकात्मने नमः ।। |
| ।।५२९।। | ।। ॐ कमण्डलुधराय नमः ।। |
| ।।५३०।। | ।। ॐ विधिख्याय नमः ।। |
| ।।५३१।। | ।। ॐ महते नमः ।। |
| ।।५३२।। | ।। ॐ अनन्तगुणपरिपूर्णाय नमः ।। |
| ।।५३३।। | ।। ॐ चेतनाधाराय नमः ।। |
| ।।५३४।। | ।। ॐ स्थानदाय नमः ।। |
| ।।५३५।। | ।। ॐ दिशादर्शकाय नमः ।। |
| ।।५३६।। | ।। ॐ पवित्राय नमः ।। |
| ।।५३७।। | ।। ॐ अंशवे नमः ।। |
| ।।५३८।। | ।। ॐ भिक्षाकराय नमः ।। |
| ।।५३९।। | ।। ॐ अपराजिताय नमः ।। |
| ।।५४०।। | ।। ॐ जगत्स्वरूपाय नमः ।। |
| ।।५४१।। | ।। ॐ गुहावासिने नमः ।। |
| ।।५४२।। | ।। ॐ सत्यवादिने नमः ।। |
| ।।५४३।। | ।। ॐ त्यागिने नमः ।। |
| ।।५४४।। | ।। ॐ कुण्डलिने नमः ।। |
| ।।५४५।। | ।। ॐ पुण्यश्लोकाय नमः ।। |
| ।।५४६।। | ।। ॐ अपराय नमः ।। |
| ।।५४७।। | ।। ॐ मायाचक्रचालकाय नमः ।। |
| ।।५४८।। | ।। ॐ साधकेश्वराय नमः ।। |
| ।।५४९।। | ।। ॐ गोपतये नमः ।। |
| ।।५५०।। | ।। ॐ नैकारूपधारकाय नमः ।। |
| ।।५५१।। | ।। ॐ दुराधर्षाय नमः ।। |
| ।।५५२।। | ।। ॐ आनन्दपूरिताय नमः ।। |
| ।।५५३।। | ।। ॐ शुद्धात्मने नमः ।। |
| ।।५५४।। | ।। ॐ विवेकात्मने नमः ।। |
| ।।५५५।। | ।। ॐ कर्मकालविदे नमः ।। |
| ।।५५६।। | ।। ॐ योग्याय नमः ।। |
| ।।५५७।। | ।। ॐ अप्सरोगणसेविताय नमः ।। |
| ।।५५८।। | ।। ॐ चिन्मात्राय नमः ।। |
| ।।५५९।। | ।। ॐ बहिर्भोगिने नमः ।। |
| ।।५६०।। | ।। ॐ सर्वविदे नमः ।। |
| ।।५६१।। | ।। ॐ प्रणवातीताय नमः ।। |
| ।।५६२।। | ।। ॐ जितक्रोधाय नमः ।। |
| ।।५६३।। | ।। ॐ अप्रमत्ताय नमः ।। |
| ।।५६४।। | ।। ॐ धातुरुत्तमाय नमः ।। |
| ।।५६५।। | ।। ॐ भूतभावनाय नमः ।। |
| ।।५६६।। | ।। ॐ तापत्रयनिवारणाय नमः ।। |
| ।।५६७।। | ।। ॐ कुवलयेशाय नमः ।। |
| ।।५६८।। | ।। ॐ आदिवृद्धाय नमः ।। |
| ।।५६९।। | ।। ॐ विश्वबाहवे नमः ।। |
| ।।५७०।। | ।। ॐ निरिन्द्राय नमः ।। |
| ।।५७१।। | ।। ॐ गुणाधिपाय नमः ।। |
| ।।५७२।। | ।। ॐ साधुवरिष्ठात्मने नमः ।। |
| ।।५७३।। | ।। ॐ देवाधिपतये नमः ।। |
| ।।५७४।। | ।। ॐ अप्रमेयाय नमः ।। |
| ।।५७५।। | ।। ॐ मन्त्रबीजाय नमः ।। |
| ।।५७६।। | ।। ॐ सर्वभावविनिर्गताय नमः ।। |
| ।।५७७।। | ।। ॐ हृदयरक्षकाय नमः ।। |
| ।।५७८।। | ।। ॐ आकारशुभाय नमः ।। |
| ।।५७९।। | ।। ॐ जगज्जन्याय नमः ।। |
| ।।५८०।। | ।। ॐ प्रीतियोगाय नमः ।। |
| ।।५८१।। | ।। ॐ कामदर्पणाय नमः ।। |
| ।।५८२।। | ।। ॐ त्रिपादपुरुषाय नमः ।। |
| ।।५८३।। | ।। ॐ कालकर्त्रे नमः ।। |
| ।।५८४।। | ।। ॐ साङ्ख्यशास्त्रप्रवर्तकाय नमः ।। |
| ।।५८५।। | ।। ॐ चित्तचैतन्यचित्तात्मने नमः ।। |
| ।।५८६।। | ।। ॐ अभिरामाय नमः ।। |
| ।।५८७।। | ।। ॐ गोपालाय नमः ।। |
| ।।५८८।। | ।। ॐ दुर्लभाय नमः ।। |
| ।।५८९।। | ।। ॐ सहस्रशीर्षे नमः ।। |
| ।।५९०।। | ।। ॐ महद्रूपाय नमः ।। |
| ।।५९१।। | ।। ॐ नैकर्मायने नमः ।। |
| ।।५९२।। | ।। ॐ भावात्मने नमः ।। |
| ।।५९३।। | ।। ॐ ज्ञानात्मने नमः ।। |
| ।।५९४।। | ।। ॐ निवेदनाय नमः ।। |
| ।।५९५।। | ।। ॐ पराय नमः ।। |
| ।।५९६।। | ।। ॐ ब्रह्मभावाय नमः ।। |
| ।।५९७।। | ।। ॐ अबोध्याय नमः ।। |
| ।।५९८।। | ।। ॐ व्यक्ताय नमः ।। |
| ।।५९९।। | ।। ॐ कुमुदाय नमः ।। |
| ।।६००।। | ।। ॐ लोकबन्धवे नमः ।। |
| ।।६०१।। | ।। ॐ आगमापायशून्याय नमः ।। |
| ।।६०२।। | ।। ॐ शून्यात्मने नमः ।। |
| ।।६०३।। | ।। ॐ सुरारिघ्ने नमः ।। |
| ।।६०४।। | ।। ॐ जीवनकृते नमः ।। |
| ।।६०५।। | ।। ॐ गुणाधिकवृद्धाय नमः ।। |
| ।।६०६।। | ।। ॐ अबद्धकर्मशून्याय नमः ।। |
| ।।६०७।। | ।। ॐ तापसोत्तमवन्दिताय नमः ।। |
| ।।६०८।। | ।। ॐ स्वबोधदर्पणाय नमः ।। |
| ।।६०९।। | ।। ॐ क्षेत्राधाराय नमः ।। |
| ।।६१०।। | ।। ॐ धाम्ने नमः ।। ६१० |
| ।।६११।। | ।। ॐ विद्वत्तमाय नमः ।। |
| ।।६१२।। | ।। ॐ नैकसानुचराय नमः ।। |
| ।।६१३।। | ।। ॐ चलाय नमः ।। |
| ।।६१४।। | ।। ॐ अभङ्गाय नमः ।। |
| ।।६१५।। | ।। ॐ गन्धर्वाय नमः ।। |
| ।।६१६।। | ।। ॐ देवतात्मने नमः ।। |
| ।।६१७।। | ।। ॐ कामप्रदाय नमः ।। |
| ।।६१८।। | ।। ॐ मनबुद्धिविहीनात्मने नमः ।। |
| ।।६१९।। | ।। ॐ सच्चिदानन्दाय नमः ।। |
| ।।६२०।। | ।। ॐ योगाध्यक्षाय नमः ।। |
| ।।६२१।। | ।। ॐ भवमोचनाय नमः ।। |
| ।।६२२।। | ।। ॐ अभिवाद्याय नमः ।। |
| ।।६२३।। | ।। ॐ ज्वलनाय नमः ।। |
| ।।६२४।। | ।। ॐ निगमाय नमः ।। |
| ।।६२५।। | ।। ॐ त्रैगुणाय नमः ।। |
| ।।६२६।। | ।। ॐ नैकरूपाय नमः ।। |
| ।।६२७।। | ।। ॐ पापनाशनाय नमः ।। |
| ।।६२८।। | ।। ॐ गुणभृते नमः ।। |
| ।।६२९।। | ।। ॐ अभेदाय नमः ।। |
| ।।६३०।। | ।। ॐ क्रमाय नमः ।। |
| ।।६३१।। | ।। ॐ दण्डधारिणे नमः ।। |
| ।।६३२।। | ।। ॐ स्वानुभवसुखाश्रयाय नमः ।। |
| ।।६३३।। | ।। ॐ महावन्द्याय नमः ।। |
| ।।६३४।। | ।। ॐ अन्तःपूर्णाय नमः ।। |
| ।।६३५।। | ।। ॐ जितमानसाय नमः ।। |
| ।।६३६।। | ।। ॐ अमरवल्लभाय नमः ।। |
| ।।६३७।। | ।। ॐ विदेहात्मने नमः ।। |
| ।।६३८।। | ।। ॐ सहस्रमूर्ध्ने नमः ।। |
| ।।६३९।। | ।। ॐ सुहृदाय नमः ।। |
| ।।६४०।। | ।। ॐ निधये नमः ।। |
| ।।६४१।। | ।। ॐ चतुर्मूर्तये नमः ।। |
| ।।६४२।। | ।। ॐ तारकाय नमः ।। |
| ।।६४३।। | ।। ॐ परेशाय नमः ।। |
| ।।६४४।। | ।। ॐ अभिगम्याय नमः ।। |
| ।।६४५।। | ।। ॐ बहुविद्याय नमः ।। |
| ।।६४६।। | ।। ॐ सुधाकराय नमः ।। |
| ।।६४७।। | ।। ॐ भुवनान्तकाय नमः ।। |
| ।।६४८।। | ।। ॐ अम्बुजाय नमः ।। |
| ।।६४९।। | ।। ॐ गन्धर्वकृते नमः ।। |
| ।।६५०।। | ।। ॐ कालाय नमः ।। |
| ।।६५१।। | ।। ॐ सहस्रजिते नमः ।। |
| ।।६५२।। | ।। ॐ देवदेवाय नमः ।। |
| ।।६५३।। | ।। ॐ पद्मनेत्राय नमः ।। |
| ।।६५४।। | ।। ॐ विश्वरूपाय नमः ।। |
| ।।६५५।। | ।। ॐ नैकविद्याविवर्धनाय नमः ।। |
| ।।६५६।। | ।। ॐ धात्रे नमः ।। |
| ।।६५७।। | ।। ॐ रूपज्ञाय नमः ।। |
| ।।६५८।। | ।। ॐ अभद्रप्रभवे नमः ।। |
| ।।६५९।। | ।। ॐ मन्त्रवीर्याय नमः ।। |
| ।।६६०।। | ।। ॐ सर्वयोगविनिसृताय नमः ।। |
| ।।६६१।। | ।। ॐ जगन्नाथाय नमः ।। |
| ।।६६२।। | ।। ॐ नित्याय नमः ।। |
| ।।६६३।। | ।। ॐ प्रमेयाय नमः ।। |
| ।।६६४।। | ।। ॐ आयुधिने नमः ।। |
| ।।६६५।। | ।। ॐ कामदेवाय नमः ।। |
| ।।६६६।। | ।। ॐ दुरं विक्रमाय नमः ।। |
| ।।६६७।। | ।। ॐ निःसङ्गाय नमः ।। |
| ।।६६८।। | ।। ॐ चतुर्वेदविदे नमः ।। |
| ।।६६९।। | ।। ॐ त्रिमूर्तये नमः ।। |
| ।।६७०।। | ।। ॐ अप्रतिमाय नमः ।। |
| ।।६७१।। | ।। ॐ गुणान्तकाय नमः ।। |
| ।।६७२।। | ।। ॐ सहस्राक्षाय नमः ।। |
| ।।६७३।। | ।। ॐ भूतसङ्गविहीनात्मने नमः ।। |
| ।।६७४।। | ।। ॐ नैकबोधमयाय नमः ।। |
| ।।६७५।। | ।। ॐ मायायुक्ताय नमः ।। |
| ।।६७६।। | ।। ॐ अमरार्चिताय नमः ।। |
| ।।६७७।। | ।। ॐ प्राज्ञाय नमः ।। |
| ।।६७८।। | ।। ॐ जितकामाय नमः ।। |
| ।।६७९।। | ।। ॐ सर्वव्यापकाय नमः ।। |
| ।।६८०।। | ।। ॐ योगविदां नेत्रे नमः ।। |
| ।।६८१।। | ।। ॐ कालकृते नमः ।। |
| ।।६८२।। | ।। ॐ बाह्यान्तरविमुक्ताय नमः ।। |
| ।।६८३।। | ।। ॐ अमृतवपुषे नमः ।। |
| ।।६८४।। | ।। ॐ वटवृक्षाय नमः ।। |
| ।।६८५।। | ।। ॐ तत्त्वविनिश्चयाय नमः ।। |
| ।।६८६।। | ।। ॐ निराभासाय नमः ।। |
| ।।६८७।। | ।। ॐ गम्भीरात्मने नमः ।। |
| ।।६८८।। | ।। ॐ शून्यभावनाय नमः ।। |
| ।।६८९।। | ।। ॐ अमोघाय नमः ।। |
| ।।६९०।। | ।। ॐ परमानन्दाय नमः ।। |
| ।।६९१।। | ।। ॐ कालकण्टकनाशनाय नमः ।। |
| ।।६९२।। | ।। ॐ देवभृतगुरवे नमः ।। |
| ।।६९३।। | ।। ॐ सर्वकामदाय नमः ।। |
| ।।६९४।। | ।। ॐ जगदाराध्याय नमः ।। |
| ।।६९५।। | ।। ॐ नैकमायामयाय नमः ।। |
| ।।६९६।। | ।। ॐ चिद्वपुषे नमः ।। |
| ।।६९७।। | ।। ॐ विश्वकर्मणे नमः ।। |
| ।।६९८।। | ।। ॐ अभिरूपाय नमः ।। |
| ।।६९९।। | ।। ॐ लोकाध्यक्षाय नमः ।। |
| ।।७००।। | ।। ॐ भूतात्मने नमः ।। |
| ।।७०१।। | ।। ॐ सत्यपराक्रमाय नमः ।। |
| ।।७०२।। | ।। ॐ महेन्द्राय नमः ।। |
| ।।७०३।। | ।। ॐ धीपतये नमः ।। |
| ।।७०४।। | ।। ॐ सर्वदेवदेवाय नमः ।। |
| ।।७०५।। | ।। ॐ त्रिपादूर्ध्वाय नमः ।। |
| ।।७०६।। | ।। ॐ निष्प्रपञ्चाय नमः ।। |
| ।।७०७।। | ।। ॐ कामवते नमः ।। |
| ।।७०८।। | ।। ॐ गुह्याय नमः ।। |
| ।।७०९।। | ।। ॐ अमुखाय नमः ।। |
| ।।७१०।। | ।। ॐ प्राणेशाय नमः ।। |
| ।।७११।। | ।। ॐ सत्यात्मकाय नमः ।। |
| ।।७१२।। | ।। ॐ कारणाय नमः ।। |
| ।।७१३।। | ।। ॐ दुःस्वप्ननाशनाय नमः ।। |
| ।।७१४।। | ।। ॐ आनन्दाय नमः ।। |
| ।।७१५।। | ।। ॐ हृषीकेशाय नमः ।। |
| ।।७१६।। | ।। ॐ अमरनाथाय नमः ।। |
| ।।७१७।। | ।। ॐ जितमन्यवे नमः ।। |
| ।।७१८।। | ।। ॐ सर्वसाक्षिणे नमः ।। |
| ।।७१९।। | ।। ॐ मायागर्भाय नमः ।। |
| ।।७२०।। | ।। ॐ दीप्त्रे नमः ।। |
| ।।७२१।। | ।। ॐ विश्वज्योतिषे नमः ।। |
| ।।७२२।। | ।। ॐ कालात्मने नमः ।। |
| ।।७२३।। | ।। ॐ चैतन्याय नमः ।। |
| ।।७२४।। | ।। ॐ अमराय नमः ।। |
| ।।७२५।। | ।। ॐ श्रीधराय नमः ।। |
| ।।७२६।। | ।। ॐ भूतभव्यभवत्प्रभवे नमः ।। |
| ।।७२७।। | ।। ॐ सर्वेश्वराय नमः ।। |
| ।।७२८।। | ।। ॐ तत्त्वात्मज्ञानसन्देशाय नमः ।। |
| ।।७२९।। | ।। ॐ परोक्षाय नमः ।। |
| ।।७३०।। | ।। ॐ अन्तर्भोगिने नमः ।। |
| ।।७३१।। | ।। ॐ ब्रह्मविद्याप्रकाशनाय नमः ।। |
| ।।७३२।। | ।। ॐ निवृत्तात्मने नमः ।। |
| ।।७३३।। | ।। ॐ गम्भीरघोषाय नमः ।। |
| ।।७३४।। | ।। ॐ अमुख्याय नमः ।। |
| ।।७३५।। | ।। ॐ देवेशाय नमः ।। |
| ।।७३६।। | ।। ॐ समाय नमः ।। |
| ।।७३७।। | ।। ॐ त्यागविग्रहाय नमः ।। |
| ।।७३८।। | ।। ॐ कालविध्वंसाय नमः ।। |
| ।।७३९।। | ।। ॐ पावनाय नमः ।। |
| ।।७४०।। | ।। ॐ जगच्चालकाय नमः ।। |
| ।।७४१।। | ।। ॐ अमरमान्याय नमः ।। |
| ।।७४२।। | ।। ॐ विशिष्टाय नमः ।। |
| ।।७४३।। | ।। ॐ सर्वव्यापकाय नमः ।। |
| ।।७४४।। | ।। ॐ योगिहृदयविश्रामाय नमः ।। |
| ।।७४५।। | ।। ॐ अमरेशाय नमः ।। |
| ।।७४६।। | ।। ॐ दुर्धराय नमः ।। |
| ।।७४७।। | ।। ॐ नृत्यनर्तनाय नमः ।। |
| ।।७४८।। | ।। ॐ महागर्भाय नमः ।। |
| ।।७४९।। | ।। ॐ सत्यधर्मप्रकाशनाय नमः ।। |
| ।।७५०।। | ।। ॐ भोगिने नमः ।। |
| ।।७५१।। | ।। ॐ चारुगात्रे नमः ।। |
| ।।७५२।। | ।। ॐ ध्यानयोगपरायणाय नमः ।। |
| ।।७५३।। | ।। ॐ खण्डपरशवे नमः ।। |
| ।।७५४।। | ।। ॐ कामाय नमः ।। |
| ।।७५५।। | ।। ॐ अमिताय नमः ।। |
| ।।७५६।। | ।। ॐ त्रिविष्टपाय नमः ।। |
| ।।७५७।। | ।। ॐ निरामयाय नमः ।। |
| ।।७५८।। | ।। ॐ गुणेशाय नमः ।। |
| ।।७५९।। | ।। ॐ सर्वनियन्त्रे नमः ।। |
| ।।७६०।। | ।। ॐ जितेन्द्रियाय नमः ।। |
| ।।७६१।। | ।। ॐ आदिदेवाय नमः ।। |
| ।।७६२।। | ।। ॐ पतये नमः ।। |
| ।।७६३।। | ।। ॐ अमितविक्रमाय नमः ।। |
| ।।७६४।। | ।। ॐ महाघोराय नमः ।। |
| ।।७६५।। | ।। ॐ सहस्रकराय नमः ।। |
| ।।७६६।। | ।। ॐ कालपूजिताय नमः ।। |
| ।।७६७।। | ।। ॐ अन्तर्योगिने नमः ।। |
| ।।७६८।। | ।। ॐ बुधाय नमः ।। |
| ।।७६९।। | ।। ॐ ज्ञानदीप्ताय नमः ।। |
| ।।७७०।। | ।। ॐ वेदविदे नमः ।। |
| ।।७७१।। | ।। ॐ निःशब्दाय नमः ।। |
| ।।७७२।। | ।। ॐ गन्धधारिणे नमः ।। |
| ।।७७३।। | ।। ॐ अमृताय नमः ।। |
| ।।७७४।। | ।। ॐ श्रीमते नमः ।। |
| ।।७७५।। | ।। ॐ प्रसादाय नमः ।। |
| ।।७७६।। | ।। ॐ द्वयाक्षरबीजात्मने नमः ।। |
| ।।७७७।। | ।। ॐ सर्वपूजिताय नमः ।। |
| ।।७७८।। | ।। ॐ भेदत्रयहराय नमः ।। |
| ।।७७९।। | ।। ॐ चक्रकराय नमः ।। |
| ।।७८०।। | ।। ॐ कालयोगिने नमः ।। |
| ।।७८१।। | ।। ॐ जगत्पालकाय नमः ।। |
| ।।७८२।। | ।। ॐ तीर्थदेवाय नमः ।। |
| ।।७८३।। | ।। ॐ अयोनिसम्भवाय नमः ।। |
| ।।७८४।। | ।। ॐ प्राङ्मुखाय नमः ।। |
| ।।७८५।। | ।। ॐ ज्ञानाग्ने नमः ।। |
| ।।७८६।। | ।। ॐ ऊर्ध्वाय नमः ।। |
| ।।७८७।। | ।। ॐ विशालाक्षाय नमः ।। |
| ।।७८८।। | ।। ॐ अपरोक्षज्ञानरूपाय नमः ।। |
| ।।७८९।। | ।। ॐ गुणकराय नमः ।। |
| ।।७९०।। | ।। ॐ कामघ्ने नमः ।। |
| ।।७९१।। | ।। ॐ दुर्गमाय नमः ।। |
| ।।७९२।। | ।। ॐ सत्यसंज्ञकाय नमः ।। |
| ।।७९३।। | ।। ॐ मायाचक्रप्रवर्तकाय नमः ।। |
| ।।७९४।। | ।। ॐ अमरोत्तमाय नमः ।। |
| ।।७९५।। | ।। ॐ परंज्योतिषे नमः ।। |
| ।।७९६।। | ।। ॐ निश्चलाय नमः ।। |
| ।।७९७।। | ।। ॐ जितामित्राय नमः ।। |
| ।।७९८।। | ।। ॐ सर्वलक्षणलक्षिताय नमः ।। |
| ।।७९९।। | ।। ॐ धूर्ताय नमः ।। |
| ।।८००।। | ।। ॐ लोकस्वामिने नमः ।। |
| ।।८०१।। | ।। ॐ क्षेत्रज्ञाय नमः ।। |
| ।।८०२।। | ।। ॐ अरौद्राय नमः ।। |
| ।।८०३।। | ।। ॐ प्रत्यक्षवपुषे नमः ।। |
| ।।८०४।। | ।। ॐ त्रैलोक्यपालाय नमः ।। |
| ।।८०५।। | ।। ॐ अज्ञानतिमिररवये नमः ।। |
| ।।८०६।। | ।। ॐ भूतानां परमगतये नमः ।। |
| ।।८०७।। | ।। ॐ भक्तकामकल्पद्रुमाय नमः ।। |
| ।।८०८।। | ।। ॐ रूपात्मने नमः ।। |
| ।।८०९।। | ।। ॐ चीरवाससे नमः ।। |
| ।।८१०।। | ।। ॐ अलिप्ताय नमः ।। |
| ।।८११।। | ।। ॐ श्रीकराय नमः ।। |
| ।।८१२।। | ।। ॐ कामपालाय नमः ।। |
| ।।८१३।। | ।। ॐ महीचारिणे नमः ।। |
| ।।८१४।। | ।। ॐ समात्मने नमः ।। |
| ।।८१५।। | ।। ॐ विराटरूपाय नमः ।। |
| ।।८१६।। | ।। ॐ नित्यबोधाय नमः ।। |
| ।।८१७।। | ।। ॐ बीजाय नमः ।। |
| ।।८१८।। | ।। ॐ एकात्मने नमः ।। |
| ।।८१९।। | ।। ॐ जगज्जीवनाय नमः ।। |
| ।।८२०।। | ।। ॐ अरूपाय नमः ।। |
| ।।८२१।। | ।। ॐ परमार्थभूते नमः ।। |
| ।।८२२।। | ।। ॐ सर्वविश्वचालकाय नमः ।। |
| ।।८२३।। | ।। ॐ त्रिविधतापहराय नमः ।। |
| ।।८२४।। | ।। ॐ ओजस्तेजोद्युतिधराय नमः ।। |
| ।।८२५।। | ।। ॐ दुर्मर्षणाय नमः ।। |
| ।।८२६।। | ।। ॐ आदिरूपाय नमः ।। |
| ।।८२७।। | ।। ॐ कालकालाय नमः ।। |
| ।।८२८।। | ।। ॐ उन्मादाय नमः ।। |
| ।।८२९।। | ।। ॐ गुहाय नमः ।। |
| ।।८३०।। | ।। ॐ अलोकाय नमः ।। |
| ।।८३१।। | ।। ॐ निरञ्जनाय नमः ।। |
| ।।८३२।। | ।। ॐ सर्वलालसाय नमः ।। |
| ।।८३३।। | ।। ॐ भूतसम्भवाय नमः ।। |
| ।।८३४।। | ।। ॐ विश्वानेत्राय नमः ।। |
| ।।८३५।। | ।। ॐ अवधूताय नमः ।। |
| ।।८३६।। | ।। ॐ चन्द्रांशवे नमः ।। |
| ।।८३७।। | ।। ॐ आत्मवासिने नमः ।। |
| ।।८३८।। | ।। ॐ जीवनात्मकाय नमः ।। |
| ।।८३९।। | ।। ॐ कालक्षाय नमः ।। |
| ।।८४०।। | ।। ॐ महाकल्पाय नमः ।। |
| ।।८४१।। | ।। ॐ आधिव्याधिहराय नमः ।। |
| ।।८४२।। | ।। ॐ प्रकाशाय नमः ।। |
| ।।८४३।। | ।। ॐ त्यागवपुषे नमः ।। |
| ।।८४४।। | ।। ॐ विक्रमाय नमः ।। |
| ।।८४५।। | ।। ॐ दुर्जनाय नमः ।। |
| ।।८४६।। | ।। ॐ धुर्याय नमः ।। |
| ।।८४७।। | ।। ॐ अविज्ञाय नमः ।। |
| ।।८४८।। | ।। ॐ कालनाशनाय नमः ।। |
| ।।८४९।। | ।। ॐ अविनाशाय नमः ।। |
| ।।८५०।। | ।। ॐ शिवाससे नमः ।। |
| ।।८५१।। | ।। ॐ सर्वाय नमः ।। |
| ।।८५२।। | ।। ॐ गम्भीराय नमः ।। |
| ।।८५३।। | ।। ॐ आत्मवते नमः ।। |
| ।।८५४।। | ।। ॐ बोधिने नमः ।। |
| ।।८५५।। | ।। ॐ उन्मत्तवेषप्रछन्नाय नमः ।। |
| ।।८५६।। | ।। ॐ मुक्तानांपरमांगतये नमः ।। |
| ।।८५७।। | ।। ॐ आदिकराय नमः ।। |
| ।।८५८।। | ।। ॐ हेमकराय नमः ।। |
| ।।८५९।। | ।। ॐ भोगयुक्ताय नमः ।। |
| ।।८६०।। | ।। ॐ श्रेष्ठाय नमः ।। |
| ।।८६१।। | ।। ॐ परसंवेदनात्मकाय नमः ।। |
| ।।८६२।। | ।। ॐ वेदात्मने नमः ।। |
| ।।८६३।। | ।। ॐ अविक्षिप्ताय नमः ।। |
| ।।८६४।। | ।। ॐ जगद्रूपाय नमः ।। |
| ।।८६५।। | ।। ॐ चतुरात्मने नमः ।। |
| ।।८६६।। | ।। ॐ अव्ययाय नमः ।। |
| ।।८६७।। | ।। ॐ दीननाथाय नमः ।। |
| ।।८६८।। | ।। ॐ आत्मयोगिने नमः ।। |
| ।।८६९।। | ।। ॐ योगेन्द्राय नमः ।। |
| ।।८७०।। | ।। ॐ गर्वमर्दिने नमः ।। |
| ।।८७१।। | ।। ॐ आद्याय नमः ।। |
| ।।८७२।। | ।। ॐ त्यागज्ञाय नमः ।। |
| ।।८७३।। | ।। ॐ निरासक्ताय नमः ।। |
| ।।८७४।। | ।। ॐ प्रलयात्मकाय नमः ।। |
| ।।८७५।। | ।। ॐ ऊर्ध्वगात्मने नमः ।। |
| ।।८७६।। | ।। ॐ दुर्वाससे नमः ।। |
| ।।८७७।। | ।। ॐ सत्त्वात्मने नमः ।। |
| ।।८७८।। | ।। ॐ मनमोहनाय नमः ।। |
| ।।८७९।। | ।। ॐ अशोकाय नमः ।। |
| ।।८८०।। | ।। ॐ जितात्मने नमः ।। |
| ।।८८१।। | ।। ॐ एकाकिने नमः ।। |
| ।।८८२।। | ।। ॐ दुरतिक्रमाय नमः ।। |
| ।।८८३।। | ।। ॐ अविकाराय नमः ।। |
| ।।८८४।। | ।। ॐ विश्वधृषे नमः ।। |
| ।।८८५।। | ।। ॐ उत्तमोत्तमाय नमः ।। |
| ।।८८६।। | ।। ॐ प्रसन्नाय नमः ।। |
| ।।८८७।। | ।। ॐ भेदशून्याय नमः ।। |
| ।।८८८।। | ।। ॐ गुणदोषनिवारणाय नमः ।। |
| ।।८८९।। | ।। ॐ आदित्यवसने नमः ।। |
| ।।८९०।। | ।। ॐ त्रिलोकधृषे नमः ।। |
| ।।८९१।। | ।। ॐ उत्तमाय नमः ।। |
| ।।८९२।। | ।। ॐ चेतनारूपाय नमः ।। |
| ।।८९३।। | ।। ॐ धृतात्मने नमः ।। |
| ।।८९४।। | ।। ॐ सर्वमङ्गलाय नमः ।। |
| ।।८९५।। | ।। ॐ दीर्घाय नमः ।। |
| ।।८९६।। | ।। ॐ अवादिने नमः ।। |
| ।।८९७।। | ।। ॐ श्रीनिवासाय नमः ।। |
| ।।८९८।। | ।। ॐ निरहङ्काराय नमः ।। |
| ।।८९९।। | ।। ॐ लोकत्रयाश्रयाय नमः ।। |
| ।।९००।। | ।। ॐ अव्यक्तपुरुषाय नमः ।। |
| ।।९०१।। | ।। ॐ विश्वाधाराय नमः ।। |
| ।।९०२।। | ।। ॐ विश्वभुजे नमः ।। |
| ।।९०३।। | ।। ॐ ऊर्जिताय नमः ।। |
| ।।९०४।। | ।। ॐ बोधात्मने नमः ।। |
| ।।९०५।। | ।। ॐ आदिनाथाय नमः ।। |
| ।।९०६।। | ।। ॐ जगदाभासाय नमः ।। |
| ।।९०७।। | ।। ॐ कामजिते नमः ।। |
| ।।९०८।। | ।। ॐ महाबाहवे नमः ।। |
| ।।९०९।। | ।। ॐ सर्वान्तकाय नमः ।। |
| ।।९१०।। | ।। ॐ प्रत्यग्ब्रह्मसनातनाय नमः ।। |
| ।।९११।। | ।। ॐ त्यागात्मने नमः ।। |
| ।।९१२।। | ।। ॐ अवशाय नमः ।। |
| ।।९१३।। | ।। ॐ गुणसङ्गविहीनाय नमः ।। |
| ।।९१४।। | ।। ॐ भूतभृते नमः ।। |
| ।।९१५।। | ।। ॐ उग्रतेजसे नमः ।। |
| ।।९१६।। | ।। ॐ दुःखदावानलशमनाय नमः ।। |
| ।।९१७।। | ।। ॐ प्रमादविगताय नमः ।। |
| ।।९१८।। | ।। ॐ अव्यङ्गाय नमः ।। |
| ।।९१९।। | ।। ॐ जीवनाय नमः ।। |
| ।।९२०।। | ।। ॐ आदेशाय नमः ।। |
| ।।९२१।। | ।। ॐ चतुर्भुजाय नमः ।। |
| ।।९२२।। | ।। ॐ कालान्तकाय नमः ।। |
| ।।९२३।। | ।। ॐ मृत्युञ्जयाय नमः ।। |
| ।।९२४।। | ।। ॐ स्वयंज्योतिषे नमः ।। |
| ।।९२५।। | ।। ॐ निरारम्भाय नमः ।। |
| ।।९२६।। | ।। ॐ अक्षत्रिणे नमः ।। |
| ।।९२७।। | ।। ॐ विहाराय नमः ।। |
| ।।९२८।। | ।। ॐ ऊर्जितशासनाय नमः ।। |
| ।।९२९।। | ।। ॐ अस्नेहनाय नमः ।। |
| ।।९३०।। | ।। ॐ असंमूढाय नमः ।। |
| ।।९३१।। | ।। ॐ योगेशाय नमः ।। |
| ।।९३२।। | ।। ॐ परमार्थदृशे नमः ।। |
| ।।९३३।। | ।। ॐ ऋतवे (क्रतवे) नमः ।। |
| ।।९३४।। | ।। ॐ गुह्योत्तमाय नमः ।। |
| ।।९३५।। | ।। ॐ सत्त्वविदे नमः ।। |
| ।।९३६।। | ।। ॐ कालकण्टकाय नमः ।। |
| ।।९३७।। | ।। ॐ दिगम्बराय नमः ।। |
| ।।९३८।। | ।। ॐ उपशान्ताय नमः ।। |
| ।।९३९।। | ।। ॐ जगन्नियन्त्रे नमः ।। |
| ।।९४०।। | ।। ॐ असनातने नमः ।। |
| ।।९४१।। | ।। ॐ धृताशिषे नमः ।। |
| ।।९४२।। | ।। ॐ बोधश्रमाश्रयाय नमः ।। |
| ।।९४३।। | ।। ॐ सत्याय नमः ।। |
| ।।९४४।। | ।। ॐ विश्वयोनये नमः ।। |
| ।।९४५।। | ।। ॐ उत्सङ्गाय नमः ।। |
| ।।९४६।। | ।। ॐ क्षितीशाय नमः ।। |
| ।।९४७।। | ।। ॐ श्रीवर्धनाय नमः ।। |
| ।।९४८।। | ।। ॐ चन्द्रवक्त्राय नमः ।। |
| ।।९४९।। | ।। ॐ ऊर्ध्वगाय नमः ।। |
| ।।९५०।। | ।। ॐ महामुनये नमः ।। |
| ।।९५१।। | ।। ॐ प्रमाणरहिताय नमः ।। |
| ।।९५२।। | ।। ॐ असंशयाय नमः ।। |
| ।।९५३।। | ।। ॐ ताम्रओष्ठाय नमः ।। |
| ।।९५४।। | ।। ॐ आत्मानुभवसम्पन्नाय नमः ।। |
| ।।९५५।। | ।। ॐ रूपिणे नमः ।। |
| ।।९५६।। | ।। ॐ सहस्रपदे नमः ।। |
| ।।९५७।। | ।। ॐ दुरारिघ्ने नमः ।। |
| ।।९५८।। | ।। ॐ अहोरात्राय नमः ।। |
| ।।९५९।। | ।। ॐ शुभात्मने नमः ।। |
| ।।९६०।। | ।। ॐ ज्वालिने नमः ।। |
| ।।९६१।। | ।। ॐ भूमिनन्दनाय नमः ।। |
| ।।९६२।। | ।। ॐ खगाय नमः ।। |
| ।।९६३।। | ।। ॐ अक्षराय नमः ।। |
| ।।९६४।। | ।। ॐ गम्भीरबलवाहनाय नमः ।। |
| ।।९६५।। | ।। ॐ सर्वकर्मफलाश्रयाय नमः ।। |
| ।।९६६।। | ।। ॐ महावीर्याय नमः ।। |
| ।।९६७।। | ।। ॐ पराग्वृते नमः ।। |
| ।।९६८।। | ।। ॐ दीप्तमूर्तये नमः ।। |
| ।।९६९।। | ।। ॐ आत्मसम्भवाय नमः ।। |
| ।।९७०।। | ।। ॐ हंससाक्षिणे नमः ।। |
| ।।९७१।। | ।। ॐ औषधाय नमः ।। |
| ।।९७२।। | ।। ॐ व्यापिने नमः ।। |
| ।।९७३।। | ।। ॐ उपदेशकराय नमः ।। |
| ।।९७४।। | ।। ॐ ताम्रवर्णाय नमः ।। |
| ।।९७५।। | ।। ॐ अक्षरमुक्ताय नमः ।। |
| ।।९७६।। | ।। ॐ चन्द्रकोटिसुशीलताय नमः ।। |
| ।।९७७।। | ।। ॐ ईश्वराय नमः ।। |
| ।।९७८।। | ।। ॐ घोराय नमः ।। |
| ।।९७९।। | ।। ॐ परं धाम्ने नमः ।। |
| ।।९८०।। | ।। ॐ अज्ञाय नमः ।। |
| ।।९८१।। | ।। ॐ त्रिनेत्राय नमः ।। |
| ।।९८२।। | ।। ॐ स्तवप्रियाय नमः ।। |
| ।।९८३।। | ।। ॐ दुर्गाय नमः ।। |
| ।।९८४।। | ।। ॐ अक्षोभ्याय नमः ।। |
| ।।९८५।। | ।। ॐ शोकदुःखहराय नमः ।। |
| ।।९८६।। | ।। ॐ विश्वसाक्षिणे नमः ।। |
| ।।९८७।। | ।। ॐ आत्मरूपाय नमः ।। |
| ।।९८८।। | ।। ॐ ध्रुवाय नमः ।। |
| ।।९८९।। | ।। ॐ छन्दसे नमः ।। |
| ।।९९०।। | ।। ॐ योगयुक्ताय नमः ।। |
| ।।९९१।। | ।। ॐ बोधवते नमः ।। |
| ।।९९२।। | ।। ॐ इष्टाय नमः ।। |
| ।।९९३।। | ।। ॐ मुक्तिसद्गतये नमः ।। |
| ।।९९४।। | ।। ॐ ज्ञानविज्ञानिने नमः ।। |
| ।।९९५।। | ।। ॐ अज्ञानखण्डनाय नमः ।। |
| ।।९९६।। | ।। ॐ गुणयुक्ताय नमः ।। |
| ।।९९७।। | ।। ॐ तत्त्वात्मने नमः ।। |
| ।।९९८।। | ।। ॐ आत्मने नमः ।। |
| ।।९९९।। | ।। ॐ द्विभुजाय नमः ।। |
| ।।१०००।। | ।। ॐ पद्मवक्त्राय नमः ।। |
| ।।१००१।। | ।। ॐ श्रीस्वामीसमर्थाय नमः ।। |
।। इती श्री स्वामीसमर्थ महाराज सहस्रनामावलिः समप्तः ।।
॥ श्रीगुरुदत्तात्रेयार्पणमस्तु ॥
|| श्री स्वामी समर्थापर्ण मस्तु||